भारत में टॉप 5 फार्मेसी फ्रैंचाइज़ी-2023 - E-commerce ideas, Zero Investments, Jobs, Franchise information in Hindi.

Post Top Ad

Thursday, 20 July 2023

भारत में टॉप 5 फार्मेसी फ्रैंचाइज़ी-2023

 भारत में टॉप 5 फार्मेसी फ्रैंचाइज़ी-2023 (Pharmacy Franchise- 2023)




भारत की  Pharmaceutical Retail Industry में दिन-प्रतिदिन विस्तार(Growth) हो रहा है। इस विस्तार में बहुत से कारक(Factor) अपना योगदान देते हैं, जिनमें से एक ये है कि,  यह इंडस्ट्री असंगठित (Unorganized) से संगठित (Organized) की ओर परिवर्तित रही है। इसके अलावा फार्मेसी बिज़नेस एक मुनाफ़े वाला बिज़नेस है। 


इस article में हम भारत की टॉप 5 Pharmacy franchise पर चर्चा करेंगे। 


भारतीय फार्मास्यूटिकल रिटेल इंडस्ट्री का अवलोकन ( Pharmaceutical Retail Industry Overview)



भारतीय फार्मास्यूटिकल रिटेल इंडस्ट्री भारतीय औषधि उद्योग का महत्वपूर्ण हिस्सा है और देश में व्यापक रूप से प्रचलित है। यह इंडस्ट्री भारतीय औषधि विनिर्माण कंपनियों के उत्पादों को आम लोगों तक पहुंचाने का माध्यम है। फार्मास्यूटिकल रिटेल इंडस्ट्री में दवा और स्वास्थ्य संबंधित उत्पादों की विक्रय प्रणाली, वित्तीय सेवाएं और ग्राहक सेवा शामिल होती हैं।

भारतीय फार्मेसी रिटेल इंडस्ट्री दो क्षेत्रों में विभाजित है :  असंगठित और संगठित ( Unorganized and Organized) |  असंगठित  फार्मेसी का एक उदहारण है, Neighborhood Pharmacy | हर neighborhood pharmacy का संचालन ( Operation) स्वयं ही किया जाता है | 

एक संगठित फार्मेसी रिटेल स्टोर एक ऐसा स्टोर होता है, जो फार्मेसी रिटेल स्टोर्स की श्रंखला ( chain ) से जुड़ा होता है | वर्त्तमान में, असंगठित रिटेल स्टोर्स भारतीय फार्मेसी रिटेल इंडस्ट्री में अपना प्रभुत्व (Dominat ) रखते हैं | हालाँकि, संगठित रिटेल स्टोर्स की संख्या दिन -प्रतिदिन बढ़ती जा रही है| लोग संगठित फार्मेसी रिटेल स्टोर्स को उनकी स्वच्छता, आधुनिकता और attractive look के लिए अधिक पसंद करते हैं, इन सबके अलावा, products  की wide varieties के कारण भी लोग इन stores  को पसंद करते हैं। 

भारतीय फार्मास्यूटिकल रिटेल इंडस्ट्री में कई बड़े खिलाड़ी और छोटे व्यापारी हैं, जो देश के विभिन्न हिस्सों में अपनी दुकानों को संचालित करते हैं। इसका एक मुख्य लक्ष्य दवाओं और संबंधित उत्पादों की बिक्री, वित्तीय प्रबंधन, लॉजिस्टिक्स और ग्राहक सेवा होती है।

भारतीय फार्मास्यूटिकल रिटेल इंडस्ट्री तेजी से विकास कर रही है और इसमें नई तकनीकों का उपयोग भी हो रहा है। आधारभूत सुविधाओं के साथ-साथ, ऑनलाइन फार्मासी के उभरते चेहरे ने इस इंडस्ट्री को विपणन में बदलाव लाने में मदद की है। उपयोगकर्ताओं को आसानी से अपनी आवश्यकताओं के अनुसार औषधि उत्पादों का चयन करने की सुविधा मिलती है।

हालांकि, फार्मास्यूटिकल रिटेल इंडस्ट्री के सामरिक माहौल में कुछ चुनौतियां भी हैं। यह स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता, मूल्य निर्धारण और नकली या अवैध दवाओं के खिलाफ लड़ाई से जूझ रही है। सरकार ने नई औषधि नियमों और गाइडलाइन्स को लागू करके इस इंडस्ट्री को नियंत्रित करने का प्रयास किया है।

भारतीय फार्मास्यूटिकल रिटेल इंडस्ट्री में लंबे समय तक व्यापार करने के लिए विशेष ज्ञान, नेटवर्क, और आपूर्ति श्रृंखला का अच्छा प्रबंधन करने की आवश्यकता होती है। इस इंडस्ट्री का आगामी काल में और अधिक विकास और वृद्धि की उम्मीद है, जो लोगों को उच्च गुणवत्ता औषधि उत्पादों के साथ बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेगी।

 

संगठित फार्मेसी रिटेल स्टोर्स उनके लिए best  हैं जो किसी फार्मेसी फ्रैंचाइज़ी को लेना चाहते हैं। 


भारत में फार्मेसी स्टोर्स के प्रकार ( Types Of Pharmacy Stores In India)


भारत में वर्गीकरण के आधार पर बहुत तरह के फार्मेसी stores होते हैं, लेकिन हम इन्हें यहाँ पर तकनीक के उपयोग (Use Of Technology ) के आधार पर और बेची जाने वाली विभिन दवाओं के आधार पर वर्गीकृत (Classify) करेंगे। ये सभी प्रकार (Types) pharmacy franchise के लिए उपलब्ध होते हैं।  


तकनीक का उपयोग ( Use Of Technology) 


इस classficiation के अंतर्गत तीन प्रकार आते हैं, 


 Brick and Mortar Retail Pharmacy 


पारम्परिक (Traditonal) स्टोर की ही तरह, इस फार्मेसी की एक physical बिल्डिंग होती है। 


ऑनलाइन फार्मेसी या e-pharmacy 


इसके अंदर दो प्रकार होते हैं: 


  1. Digital-only stores - इस फार्मेसी की अपनी कोई physical building नहीं होती है, बल्कि आप इनके app का use  करके दवाई (medicine) ऑर्डर करते हैं। आप के ऑर्डर को ये आप के स्थान पर deliver करते हैं। इस तरह के स्टोर का उदाहरण है, Tata 1mg, NetMeds और Easymedico | 

  2. Digital Twin of Brick and Mortar Pharmacy - ये फार्मेसी brick and mortar pharmacy और digital-only stores का मिला-जुला रूप है। इसकी अपनी फिजिकल बिल्डिंग तो होती ही है, साथ ही यह ऑनलाइन फार्मेसी भी चलाते हैं। इसके उदाहरण हैं: Apollo pharmacy, Medplus, और Sanjivani Chemist | 

  3. Regular Retail Store - इस तरह की फार्मेसी में branded patented medicines और branded generic medicines मिलती हैं।

Branded generic दवाइयां  वो होती हैं, जो उनके orignator के द्वारा ही manufacture  की जाती हैं लेकिन इनके पेटेंट पहले से ही लैप्स हो गए होते हैं।  इन दवाओं के उदाहरण हैं : Brufen, Advil, Motrin और Nurofen, इन सभी दवाइयों का generic  नाम ibuprofen है। 

  1. Generic Store - ये फार्मेसी सिर्फ़ जेनेरिक दवाइयां ही बेचती हैं। एक generic दवाई वह दवा है, जिसको अन्य सभी pahrmaceutical companies तब बनाती या manufacture करती हैं जब उस दवा के orignator का पेटेंट खत्म हो चुका होता है। Generic स्टोर के उदाहरण हैं: GenMart, Davaindia, और Zeelab pharmacy | 


 

फार्मेसी बिज़नेस को किस तरह एक आदर्श फ्रैंचाइज़ी बिज़नेस बनाया जा सकता है?

भारत में फार्मेसी रिटेल बिज़नेस एक लाभदायक (Profitable) बिज़नेस है, जिसके कई कारण हैं : 


बढ़ती जनसंख्या 


भारत की वर्तमान जनसंख्या 140.76 करोड़ (जनगणना 2021) है और जो 0.97 % की दर से अभी भी बढ़ रही है। यहाँ हर एक दिन 20% आबादी बीमार होती है। इसलिए , यहाँ स्वास्थ्य सुविधाओं की जरूरत अधिक हैं, जिसमे दवाइयों की सुविधा भी शामिल है। 


औषधि (Drugs) की Affordability 


भारत में ऐसी बहुत सी pharmaceutical कम्पनियां हैं जो सस्ती जेनेरिक (Generic) दवाईयों का उत्पादन करती हैं। Affordability एक अन्य कारण इसलिए भी है क्योंकि इसकी वजह से ही आय (Income) में भी बढ़ोतरी होती है।  जब आप के पास पैसा होगा तभी आप दवाई afford कर पायेंगे। 


दवाइयों तक पहुँच (Acessibilty Of Drugs)


सरकार medical infrastructure में सुधार कर रही है, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों (Rural  Areas) में। e-pharmacy की वजह से भी लोगों की दवाईओं तक आसानी से पहुंच हो गयी है, बहुत सी फार्मेसी अब ऑनलाइन platform का उपयोग करती हैं, जिस से ग्राहक अपनी medicine ऑनलाइन आर्डर कर सकते हैं। 


आधुनिक दवाईओं तथा नवीन थेरपी को अपनाना (The acceptability of modern medicine and therapies )

  

भारतीय विश्वास करते हैं कि दवाई (Drugs) इलाज व निवारण (Cure and Prevention ) के लिए होती हैं।  एक research के अनुसार,  स्वास्थ्य सुविधाओं के सन्दर्भ में भारतीय 67% सिर्फ दवाईओं पर ही खर्च करते हैं। इसलिए यहाँ आधुनिक दवाइयों तथा नवीन थेरेपी को अपनाने में हिचकते नहीं हैं। 


वर्तमान महामारी (The Current Pandemic )


2020 में दुनिया में आयी कोरोना वायरस (Covid-19) महामारी ने लोगो को  इम्युनिटी बढ़ाने के लिए medicine और हेल्थ supplements को खरीदना पड़ा।  साथ ही वो लोग जो इस virus की चपेट में आये उन्हें इसके complications से बचने के लिए दवाईयां लेनी पड़ी। 


ऊपर दिए गए सभी बिंदुओं (points) को जोड़कर Pharmacy Business Franchise को एक उत्तम investment बनाया जा सकता है। 


फार्मेसी बिज़नेस के गुण व दोष  (Pros and Cons of Pharmacy Business)


अगर आप फार्मेसी बिज़नेस शुरू करने की सोच रहे हैं, तो पहले इस बिज़नेस के गुण व अवगुण (Pros and Cons ) के बारे में भी जान लें ताकि आप फार्मेसी बिज़नेस को सफलतापूर्वक चला सकें। 


गुण (Pros)


  1. लाभदायी कार्य (Rewarding work ) - रिटेल फार्मेसी बिज़नेस एक self-satisfying कार्य हो सकता है। जिन लोगो को  स्वास्थ्य की सुविधाओं की तुरंत यानि immidiate जरूरत है आप उन लोगो की मदद अपने फार्मेसी बिज़नेस के द्वारा कर सकते हैं। 

  2. बिज़नेस के अनिवार्य संपर्क बनाना ( Building essential business connections ) - जैसे की  जब आप बिज़नेस करते हैं, तो आप को pharmaceuticals community तथा स्थानीय कम्युनिटी से मिलते तो है हीं और साथ ही इस बिज़नेस से सम्बंधित जरूरी तथ्यों (figures )  के बारे में भी जानकारी पाते हैं। 

  3. छूट और भत्तों की प्राप्ति ( Receiving perks & Discounts ) - फार्मेसी बिज़नेस को करने पर, इसमें विभिन्न छूट व भत्ते (Perks and  Discount ) भी प्राप्त होते हैं। ये perks एंड discount आप को pharmaceuticals कंपनियों और suppliers से मिलते हैं जब आप इनको दवाइयां बेचते हैं। 

  4. स्थानीय समुदाय द्वारा अपनाना  ( Getting accepted by the local community ) -  जब आप अपने फार्मेसी बिज़नेस के द्वारा लोगो की medical जरूरतों को पूरा करेंगे, तो समुदाय (Community ) आप को अपनाता है और सम्मान भी देता है। और समुदाय की ये acceptance आप के लिए ईमानदार ग्राहक ( loyal Customer ) के रूप में बदल जाएगी। 

  5. लोगो से बातचीत ( Interacting with people ) - इस बिज़नेस के लिए आप विभिन्न pharmaceuticals companies के ग्राहकों, कर्मचारियों तथा अन्य लोगो से मिलेंगे।  


दोष  (Cons) 


  1. प्रतिस्पर्धा में प्रवेश  ( Entering the Competition) - फार्मेसी बिज़नेस देखने में बहुत ही आकर्षक लगता है इसीलिए बहुत से लोग इस बिज़नेस में प्रवेश करना चाहते हैं। लेकिन किसी भी बिज़नेस की शुरुआत के लिए एक अच्छा बिज़नेस प्लान होना अनिवार्य है, साथ ही मांग ( Demand ) व बाज़ार का अध्ययन ( Study ) और एक अच्छी जगह(Location) को खोजना भी ज़रूरी है। 

  2. सही आपूर्तिकर्ता को खोजना ( Finding the right Supplier ) - बिना supplier  के आप कुछ भी बेच नहीं पाएंगे ओर फार्मेसी बिज़नेस की शुरुआत करने के लिए एक अच्छा supplier ढूंढ़ना बहुत जरूरी है, साथ ही जो लोग franchise की शुरुआत करना चाह रहे हैं उनके लिए ये बिंदु जरूरी नहीं हैं। 

  3. कर्मचारियों को उत्साहित करना ( Motivating Employee ) - किसी भी बिज़नेस को शुरू करने  लिए कुछ मुख्य कारकों की ज़रूरत होती है जिनमे से एक है, कर्मचारी। आप को अपने बिज़नेस से जुड़े सभी कार्यो को पूरा करने के लिए कर्मचारी बहुत ही महत्त्वपूर्ण हैं, और इन कर्मचारियों के काम को exciting और rewarding बनाने के लिए जरूरी है कि आप उन्हे काम के लिए उत्साही बनाये रखें। आप उन्हें अच्छे काम के लिए incentives दे कर, कार्यस्थल के वातावरण को supportive व positive  रख के आप कर्मचारियों के उत्साह को बनाये रख सकते हैं, लेकिन  इस उत्साह को हमेशा बनाये रखना थोड़ा मुश्किल है। 

  4. सभी क़ानूनी कार्यवाहिओं को पूरा करना - बिज़नेस की शुरुआत करने से पहले आप बहुत सी क़ानूनी कार्यवाहिओ का सामना करना पड़ेगा जैसे- लाइसेंस, परमिट, और certificates आदि।  इसके अलावा, आप को कई प्रकार के टैक्स चुकाने होंगे। 

  5. ऊपरी खर्चों से सामना - बहुत से खर्चों को भी उठाना पड़ेगा जैसे कि - किराया, बिज़नेस से जुड़े सम्मान को खरीदना, अन्य जरूरी सम्मान, कर्मचारियों की salary, और बीमा आदि। 


भारत की सर्वोच्च फार्मेसी फ्रैंचाइज़ी की सूची ( List Of Top Pharmacy Franchise In India )

  1. अपोलो फार्मेसी (Apollo Franchise) 

अपोलो अस्पताल की स्थापना प्रताप सी. रेड्डी ने 1983 में भारत में पहली कॉर्पोरेट स्वास्थ्य 

देखभाल के रूप में की थी। चेन्नई में पहली शाखा का उद्घाटन भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति जैल सिंह ने किया था। समय के साथ, ये कंपनी एक हॉस्पिटल से 71 हॉस्पिटल के रूप में बढ़ती चली गयी।  

Apollo Hospitals Group में से ही Apollo pharmacy का जन्म हुआ। अपोलो फार्मेसी भारत का पहला, सबसे बड़ा और सबसे भरोसेमंद ब्रांडेड फार्मेसी नेटवर्क है, जिसके पूरे देश में 4000 से अधिक आउटलेट हैं। 

अपोलो फार्मेसी prescription और over-the-counter ( OTC ) medicines तथा fast -moving consumers goods (FMCG ), health supplements, beauty products और बहुत सी चीज़ें बेचता है। 

यही नहीं, अपोलो फार्मेसी बहुत laboratory tests भी उपलब्ध करवाता है, जैसे CBC, Lipid Profile Test, Renal Profile, और कई अन्य जाँच (Test ) । Apollo Pharmacy  अन्य कई सुविधाएं देता है जैसे - online medicine आर्डर, और अपने app के जरिये doctor consultations |  

Also Read : Apollo Diagnostics Centre Franchise - New Business Idea In 2021


फ्रैंचाइज़ी फ़ीस (Franchise Fees ) : Rs. 3000 

दस्तावेज़ और कागज़ी कार्यवाही ( Documentation and Paperwork ) :  Rs. 25,000  

 निवेश ( Investment ):  Rs. 50000 - 1 लाख 

Space Requirment : 12 -15 sq. ft. 

Website: https://www.apollopharmacy.in 

Email : [email protected] 

Contact number : +91 1860 500 0101 


  1. मेडप्लस फार्मेसी  (MedPlus Pharmacy )


मेडप्लस ( MedPlus ) की शुरुआत वर्ष 2006 में मधुकर गंगाडी ने की थी। उन्होंने इसकी पहली ब्रांच हैदराबाद में औषधि ब्रांड के अंतर्गत की थी। 48 शाखाओं (Branches ) की स्थापना के बाद MedPlus कंपनी बनी। अब वर्तमान में, MedPlus 1800 फार्मेसी stores के साथ भारत की फार्मेसी chain की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है। 

MedPlus prescription और over -the -counter medicine, FMCG, vitamins, beauty products और अन्य उत्पादों को बेचता है। साथ ही, ये कई तरह के laboratory tests की सुविधा भी उपलब्ध करवाते हैं। इसके अलावा, इनका एक app भी है जिस पर कोई भी दवाइयों को ऑनलाइन order कर सकता है और डॉक्टर की ऑनलाइन consultations भी book कर सकते हैं। 

निवेश : 17 - 20 लाख  रूपए 

जगह (Space ) : 300-500 वर्ग फ़ीट 

website : www.medplusmart.com 

Email : [email protected]  

Contact Number : 040 6700 6700 


3 . संजीवनी केमिस्ट ( Sanjivani Chemist ) 


वर्ष 2006 में मयंक गर्ग ने संजीवनी केमिस्ट फार्मेसी की शुरुआत की थी। उन्होंने अपनी पहली फार्मेसी की शुरुआत दक्षिण दिल्ली के मेहरौली में की थी। आज, पूरे भारत में संजीवनी फार्मेसी के 70 franchise stores हैं। ऑनलाइन transactions  के लिए इसका  app भी है। 

संजीवनी फार्मेसी रोज़मर्रा  उत्पादों, OTC products, आयुर्वेदिक उत्पाद, होम्योपैथिक उत्पाद, एलोपैथिक मेडिसिन और surgical सामान बेचते हैं। 

Franchise fee : 3.5 लाख 

निवेश : 12 -15 लाख 

जगह (Space ) : 200 -400 वर्ग फ़ीट 

Website : https://www.sanjivanichemist.com 

Email : [email protected] 

Contact Number : +91-74289 -4365 


4. सस्ता सुन्दर ( SastaSundar ) 


कोलकाता स्थित, SastaSundar एक online फार्मेसी और digital healthcare platform है, जिसकी स्थापना वर्ष 2014 में बनवारी लाल मित्तल और रवि कांत शर्मा ने SastaSundar.com के रूप में की थी। 

SastaSundar healthbuddies नामक counselling networks और  service centres के रूप में  physical presence भी रखता है। प्रत्येक healthbuddy के अपना independent licensed केमिस्ट है। आज 460 से भी अधिक healthbuddy stores हैं। 

ये pharmacy, diagnostics, और wellness जैसी सुविधाएं देते हैं।  

निवेश : 2.50 लाख 

जगह (Space ) : 120 वर्ग फ़ीट 

Website : https://www.sastasundar.com 

Email : [email protected] 

Contact number : 9330803080 


5.  Tata 1mg 

Tata 1mg एक ऑनलाइन फार्मेसी और healthcare platform है। अप्रैल, 2015 में प्रशांत टंडन, गौरव अग्रवाल और विकास चौहान ने Tata 1mg की स्थापना की थी।  


1mg ऑनलाइन medicine के आर्डर,  घर पर laboratory tests की ऑनलाइन appointment, और doctors की teleconsultations की सुविधा देते हैं। 


Tata 1mg अपने सेहत के साथी कार्यक्रम के तहत franchise देते हैं। 


निवेश : 10,000 रूपए 


website : https://www.1mg.com  /sehatkesathi 

email : [email protected] 

Contact : 0124- 4166666




No comments:

Post a Comment

Post Bottom Ad